एडिटर एंड जर्नलिस्ट मिडिया काउंसिल ने उठाई पत्रकार सुरक्षा की मांग

 


महामहिम राष्ट्रपति को पत्र भेजा, पत्रकारों पर हो रहे हमलों पर चिंता

श्रीगंगानगर। पत्रकारों के हित के लिए हमेशा सजग रहने वाले संगठन एडिटर एंड जर्नलिस्ट मिडिया काउंसिल (ईजेएमसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने भारत में पत्रकारों पर हो रहे हमलों पर चिंता व्यक्त करते हुए पत्रकार सुरक्षा अधिनियम लागू करने की मांग को लेकर महामहिम राष्ट्रपति महोदय और राजस्थान के राज्यपाल को पत्र प्रेषित किया है। पत्र में लिखा गया है की सर्व विदित है कि राजस्थान सहित संपूर्ण भारत में सच्चाई लिखने वाले पत्रकारों और उनके परिवारों पर राजनेताओं, असामाजिक तत्वों, ड्रग्स व भू माफियाओं द्वारा कहीं न कहीं हर दिन हमले किए जा रहे हैं।

 जो की लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है जो अत्यंत चिंतनीय है।इन राजनैतिक गुंडों द्वारा किए जा रहे गैर कानूनी कार्यों के विरुद्ध पत्रकार द्वारा समाचार प्रकाशित करने पर न केवल उनके ऊपर जानलेवा हमले हो रहे है बल्कि उनके परिवारो पर भी जुल्म किए जा रहें हैं। पत्रकारों और इनके पारिवारिक सदस्यों को न केवल किडनेप, ओर जानलेवा हमलों का सामना करना पड़ रहा है। बल्कि पत्रकारों को गन के द्वारा शूट, वाहनों से कुचलकर और अन्य तरह से मारने के मामले भारत में आए दिन हो रहें हैं।। यहां पत्रकार और उनके परिवार  सुरक्षित नहीं हैं। सच्चाई लिखने पर उन्हें मौत के घाट उतारा जा रहा है। वही पुलिस प्रशासन द्वारा भी पत्रकार व उनके परिजनों को झूठे केस में फंसा कर जुल्म ढाए जा रहें हैं। 

पुलिस, पत्रकार और उसके परिवार की सुरक्षा के प्रति जानबूझ कर टाल मटोल करती है। क्योंकि पुलिस सत्ता व माफियों के प्रभाव में कार्य करती है। हाल में ही इसी क्रम में रायसिंहनगर के पत्रकार सुखदीप सिंह सूदन पर नगर पालिका मंडल के एक नेता और उसके साथियों द्वारा जानलेवा हमला किया गया। वही उस नेता ने अपनी राजनीतिक पहुंच के कारण रायसिंहनगर के ही पुलिस थाना में पत्रकार के ही विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवा दिया जोकि निष्पक्ष पत्रकारों के लिए एक अन्याय पूर्ण कार्रवाई है, और चौथे स्तंभ को विचलित करने के प्रयास हैं। महोदय जी, राजस्थान श्रीगंगानगर के गजसिंहपुर से पत्रकारिता कर रहे सुरेंद्र गौड़ व उसके परिवार पर भी एक नहीं अनेक बार असामाजिक तत्वों, नशा माफिया, गुंडा प्रवृत्ति के लोगों व राजनीतिक पहुंच रखने वाले नेताओं द्वारा कई बार हमले करवाए गए हैं। 

एक हमले में उनका बेटा रोबिन गौड़ भी साथ था। इस हमले में उसे गहरी चोटें आईं थी। सौभाग्य वश इन हमलों से बच निकले और आज भी चौथे स्तंभ के रूप में अपनी लेखनी से समाज को जागरूक कर रहे हैं। लेकिन वे हमेशा खतरे से घिरे रहते है। बड़े राजनेता, माफिया, असामाजिक तत्व और गुंडे हमेशा उन्हें नुकसान पहुंचाने या मारने के प्रयास में रहते हैं। क्योंकि वे सरकार की जनविरोधी नीतियों, पुलिस की दोगली कार्यप्रणाली व माफियाओं की करतूतों को अखबारों में प्रकाशित कर अपना फर्ज निभा रहे है।

 इसी कड़ी में श्रीकरनपुर ईकाई ने वरिष्ठ पत्रकार जसप्रीत सिंह चन्ना और उसके परिवार के साथ पुलिसकर्मीयों द्वारा सड़क पर दुर्व्यवहार किया गया और मारपीट की गई। इतना नहीं उसे झूठे मुकदमे में फंसाने का भी प्रयास किया गया। एक अन्य मामले में नीमकाथाना के पाटन पुलिस थाने में पत्रकार दीपक शर्मा और उसके परिजनों  के साथ दुर्व्यवहार मारपीट की गई बल्कि उस पर झूठा मुकदमा भी दायर किया गया।

 महोदय जी दिन प्रतिदिन सच्चाई उजागर करने वाले पत्रकारों पर न केवल जानलेवा हमले हो रहे हैं,बल्कि कई पत्रकारों को तो जान से भी हाथ धोना पड़ रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपना भी हवाला दिया है की संगठन का नेतृत्व करते हुए पत्रकारों के हित में आवाज उठाने पर उन्हें भी झूठे मुकदमों में फंसाया गया। ओर भविष्य में फंसाने की धमकियां मिल रहीं हैं। ईजेएमसी संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने राजस्थान के राज्यपाल को पत्र भेज कर पत्रकारों की सुरक्षा के लिए जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाने और पत्रकार सुरक्षा अधिनियम लागू करवाने के लिए सरकार को सलाह देने की मांग की है

0 टिप्पणियाँ