आने वाली 19 जुलाई को घर से निकले और सौंपे ज्ञापन
जुलाई 2021
नमस्कार पत्रकार साथियो
*एडिटर एंड जर्नलिस्ट मीडिया काउन्सिल(T.)*
*सबसे सबसे महत्वपूर्ण बात, कड़वी लगे तो माफ़ी चाहूंगा*
पत्रकारों को लगता है हम बच जाएंगे बाकी मरेंगे तो हमे क्या ? तो आप खुद को धोखा दे रहे हो ?
यदि आपको लगता है आंदोलन करना मेरी जिम्मेदारी है अथवा पदाधिकारियों की, तो समझ लो हमे सफलता नहीं मिलेगी ?
यदि समस्या मेरे अकेले की या पदाधिकारियों की नही, समस्या हम सब की है तो आंदोलन भी हम सबको ही करना पड़ेगा ?
1. हम पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग क्यों करे ?
तो हमे पहले हमारे साथियो को मिली यातनाओ ,प्रताड़ना और हत्याओं पर गौर कर लेना चाहिए मरने के बाद हमे पड़ौसी भी पूछने नहीं आयेगा की भाई आप कैसे हो! अगर विस्वास नहीं होता तो अपने लिए घर से निकलो और पूछो उन परिवार वालो से जिसने अपना पत्रकार बेटा खोया है! जब मरना ही है तो शान से मरेंगे न! यूँ सरकार के सामने कब तक खुद की सुरक्षा के लिए गिड़गिड़ाते रहेंगे! एक-दूसरे की टांग खिंचाई से बाहर निकल कर खुद की सुरक्षा के बारे में सोचो! अन्यथा बहुत देर हो जायेगी! एडिटर एंड जर्नलिस्ट मीडिया काउन्सिल ने सरकार को ज्ञापनों का दौर शुरू किया मजाल है कोई सरकार ने जवाब दिया हो! अगर सरकार को अपने आप पर घमंड हो चला है तो उतरेंगे सड़को पर! यूँ पत्रकारों को यूज एंड थ्रो नहीं बनने देंगे! अब पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करवाना हमारे लिए अत्यंत आवश्यक हो चला है! अन्यथा पड़े मिलेंगे किसी न किसी चौराहे पर घर वाले मातम बना रहें होंगे और बच्चे गालिया निकाल रहें होंगे की मरा भी तो दुसरो के लिए खुद के लिए कुछ नहीं किया ?
*अब तक क्या तैयारी कर चुके ?*
राजस्थान की राज्य सरकार ने जब पत्रकार सुरक्षा कानून की बात कही थी तो अब पीछे क्यों हट रही है! कहीं ऐसा तो नहीं है की फिर मीडिया को डराना-धमकाना मुश्किल हो जाएगा इसलिए सरकार अपने वादे से मुकर रही हो! खैर जो भी अगर थोड़ी बहुत भी अपने प्रोफेशन के प्रति ईमानदारी है तो नायब,तहसीलदार, एसडीएम, कलक्टर, एसपी के मार्फत सीएम गेहलोत को ज्ञापन सौंपो और चेतावनी दो की अगर आपने पत्रकार सुरक्षा कानून नहीं बनाया तो हम विधानसभा और राजभवन भी घेरेंगे और सभी जगह धरने-प्रदर्शन भी करेंगे! सरकार से जवाब लेना है की अब तक क्या तैयारी की है उन्होंने पत्रकारों को सुरक्षा देने की ? जवाब दे ?
*अब आपको क्या करना है ?*
आपको लगता है यह सब ईजेएमसी या कुलदीप शर्मा ये नेतागिरी करने के लिए कर रहा है या किसी निजी फायदे के लिए कर रहा है तो आप घर में आराम से सोते रहे, मुझे कोई दिक्कत नहीं ? परंतु आपको लगता है कि फायदा तो पत्रकारों का होगा तो आपको अपने घर से निकलना होगा, कम से कम सभी पत्रकार साथियों को आपस में बात करनी होगी तथा पहले ज्ञापन और फिर घेराव पर मंत्रणा करनी होगी ।
*मैं नही ज्ञापन दूंगा तो क्या होगा और पत्रकार तो दे ही रहे हैं ना ?*
पत्रकार की इसी कमजोरी की वजह से वह सफलता प्राप्त नहीं कर पाता, हर मामले में वह सोचता है मेरे नहीं ज्ञापन देने से क्या फर्क पड़ता है ? बाकी लोग तो ज्ञापन दे ही रहे हैं ना? ध्यान रहे यह लोकतंत्र है जिसमें संख्या बल गिना जाता है ! जब ईजेएमसी या कुलदीप शर्मा कहता है कि इस आदेश से लाखो पत्रकारों का भला होगा तो लाखो पत्रकार दिखने भी चाहिए। बाकी आपने अपनी बारी का इन्तजार करना है तो बेशक घर बैठकर करते रहे ?
*बाकी संगठन तो नहीं दे रहे ज्ञापन उनको भी एक करो ?*
यदि आप किसी संगठन के पदाधिकारी है तो जरूर नहीं ज्ञापन देने आये परंतु यदि आप एक आम पत्रकार हैं तो ध्यान रहे संगठनों के चक्कर में अपना नुकसान मत करवा लेना। आपको लगता है कि जो ईजेएमसी या कुलदीप शर्मा कर रहा है वो सही है तो आप जरूर से जरुर इस अभियान/आंदोलन में भाग ले ।
*मुझे तो अब तक किसी ने फोन ही नहीं किया ?*
हम किसी बारात में नहीं जा रहे की दूल्हे का पिता आपको फोन करें, यह आपके बेटे की शादी भी नहीं है की आपको और लोगों को सूचना करते हुए तैयारी भी करनी है. खुद चलकर जाना भी है और पत्रकारों को ले जाना भी है। इसलिए ध्यान रहे अगर आपमें थोड़ी सी भी पत्रकारिता की चिंता है तो घर से बाहर निकल कर सरकार को दिखा दो अपनी ताकत ताकि सरकार को पता चले पत्रकार कमजोर नहीं है.
*सोशल मीडिया पर करे ऐसे मांग*
सोशल मीडिया ने इस समय अपनी महत्वता को काफी बढ़ाया है. तो सभी पत्रकारों से विनती है की आप जब भी सोशल मीडिया पर कोई खबर डालो तो उसके साथ #SaveJournalism #पत्रकार_सुरक्षा_कानून_बनाओ इन दोनों हैशटैग का इस्तमाल जरूर करे ताकि हमारी एकता और ताकत का अहसास सोशल मीडिया के मार्फत भी सरकार को करवाया जा सके.
आज ही आपको अपने गाँव, शहर, जिला, प्रदेश में अपने-अपने अन्य पत्रकार साथियों के साथ चर्चा करके सभी साथियों को सूचित करना है तथा ज्ञापन देने लिए एकता दिखाने का निवेदन करना है. सभी पत्रकार साथी ही एक दूसरे के नंबर शेयर कर ले ,ग्रुप बना ले. तथा मीटिंग की सूचना बाकायदा अखबारों में दें ग्रुप में भी डाल ले ।
*ध्यान रहे ईजेएमसी या कुलदीप शर्मा किसी* को व्यक्तिगत फोन नहीं करेगा ,ना किसी पदाधिकारी को ,न ही किसी पत्रकार को !
हमरे इस मैसेज को आप व्यक्तिगत बुलावा माने और अपने स्तर पर आज ही आंदोलन की तैयारी में जुट जाएं। ध्यान रहे 19 जुलाई वार सोमवार को करे आंदोलन का आगाज!
कुलदीप शर्मा और समस्त *एडिटर एंड जर्नलिस्ट मीडिया काउन्सिल* टीम
व्हाट्सप्प 9549140955 , ईमेल - ejmcouncil@gmail.com , वेबसाइट - www.ejmcouncil.com
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